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-चंडीगढ़ लिटरेरी सोसायटी के लिटफेस्ट-2017 पर चंडीगढ़ पुलिस ने लगाया प्रतिबंध

चंडीगढ़, 25 नवंबर।
शायद यह पहला मौका होगा कि देश के मशहूर शायर वसीम बरेलवी मंच पर नज्म सुना रहे हो और बीच मुशायरे में पुलिस माइक से लेकर स्पीकर तक बंद करवा दे। चंडीगढ़ लेक क्लब में आयोजित लिटफेस्ट-2017 में ऐसा ही हुआ। चंडीगढ़ लेक क्लब साइलेंस जोन के दायरे में आता है। यहां पर स्पीकर का इस्तेमाल नहीं हो सकता। बावजूद इसके लिटफेस्ट-2017 में खुलेआम नियमों को ताक पर रखकर स्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसकी सूचना सुखना लेक पर तैनात चंडीगढ़ पुलिस को मिली तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर लिटफेस्ट के आयोजकों से साउड परमिशन की मंजूरी दिखाने को कहा।
पहले तो आयोजकों ने आनाकानी की लेकिन बाद में वह कोई भी साउड परमिशन का दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। नतीजा, चंडीगढ़ पुलिस ने मुशायरे में इस्तेमाल होने वाले साउड सिस्टम को बंद करवा दिया। पुलिस कर्मचारियों ने चंडीगढ़ लिटरेरी सोसायटी के सदस्यों को कहा कि साइलेंस जोन में किसी भी तरह का ध्वनि प्रदूषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसलिए ध्यान रखा जाए कि नियमों का उल्लंघन न हो।
पुलिस कर्मचारियों के मुताबिक वह लेक क्लब अथॉरिटी के खिलाफ पर सख्त कार्रवाई करेंगे क्योंकि यह लेक क्लब अथॉरिटी का जिम्मा है कि वह सभी मंजूरी के बाद ही किसी कार्यक्रम को अनुमति दें लेकिन अथॉरिटी ने ऐसा नहीं किया। इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी ताकि जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
बरेलवी ने बिना स्पीकर के ही सुनाए शेयर
साउड सिस्टम बंद होने के कारण वसीम बरेलवी को बिना माइक व स्पीकर के ही अपनी नज्म सुनानी पड़ी। हुआ यूं कि साउड सिस्टम बंद होने पर श्रोता मुशायरे से उठकर जाने लगे तो आयोजकों ने वसीम बरेलवी को बिना माइक के ही नज्म व शेयर सुनाने का आग्रह किया। वसीम बरेलवी ने भी उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए बिना माइक के ही शेयर व नज्म सुनाए।

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